उत्तराखंड में 100 नगर निकायों के लिए गुरुवार को मतदान संपन्न हो गया। विभिन्न निकायों में मतदाता सूची में नाम गायब होने, मतदान की धीमी गति, बाहरी व्यक्तियों के बूथों पर पहुंचने, एक बूथ पर पत्थर फेंकने को लेकर हुई। अब 25 जनवरी को मतगणना होगी। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से रात 10 बजे जारी अनंतिम आंकड़े के अनुसार, लगभग 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो पिछले चुनाव के मुकाबले 3.78 प्रतिशत कम है। रुद्रप्रयाग जिले में सर्वाधिक 71.15 प्रतिशत और देहरादून में सबसे कम 55 प्रतिशत के लगभग मतदान हुआ।

बड़ी संख्या में लोगों ने शिकायत की कि जब वह मतदान करने गए तो वहां सूची में उनका नाम ही नहीं मिला। जिसके चलते कई जगह झड़प की नौबत आ गई तो कई जगह लोगों को घंटों परेशान होना पड़ा। इसके अलावा लोगों ने अपना नाम दूसरे वार्ड की सूची में होने, नाम गलत लिखा होने की भी शिकायत की। आयोग के मुताबिक, अंंतिम आंकड़े आने पर मत प्रतिशत में एक-दो प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही निकाय प्रमुखों और पार्षद-सभासद पदों के कुल 1382 पदों के लिए मैदान में उतरे 5405 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बंद हो गया। देर शाम पोलिंग पार्टियों की वापसी का क्रम शुरू हो गया। मध्य रात्रि तक मतपेटियों को स्ट्रांग रूम में जमा कराया जाता रहा।

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