साल 2018 में शुरू हुआ राजधानी देहरादून में स्मार्ट सिटी के कार्यों पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं दावा ऐसा कि देहरादून की सूरत बदल जाएगी। लेकिन, हकीकत में स्थिति इससे अलग ही है इस वक़्त पूरे शहर में सड़कों से ज्यादा गड्ढे मौजूद है वहीं नगर निगम देहरादून के पूर्व मेयर विनोद चमोली का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते स्मार्ट सिटी के कार्य नहीं हो पा रहे हैं। उन्होने काम की धीमी गति पर चिंता जताते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट काफी बड़ा है। मौजूदा मेयर और स्थानीय विधायक भी अपने स्तर से कार्यों में तेजी लाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन आधिकारिक स्तर पर कार्य नहीं हो रहे हैं। यदि अधिकारी सही से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते तो शायद अबतक स्मार्ट सिटी का कार्य पूरा हो सकता था।