कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ कर्मकार कल्याण बोर्ड से हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री से उनके विवाद सुर्खियों में थे, और इसके बाद बोर्ड में स्पेशल ऑडिट के आदेश कर दिए गए, तो दूसरी तरफ अब कोर्ट ने हरक सिंह रावत को एक पुराने मामले में 3 साल की सजा सुनाई है। मामला 2012 का है जब उन पर आचार संहिता का उल्लंघन और कर्मचारियों से अभद्रता करने समेत सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगा था। उसके बाद से ही यह मामला कोर्ट में चल रहा था इसी मामले में हरक सिंह रावत पहले जमानत ले चुके हैं, लेकिन अब कोर्ट ने हरक सिंह को 3 महीने की सजा सुना दी है।