उत्तराखंड की राजनीति में इस वक्त सियासी उठापटक चल रही है हाल ही में कुछ दिनों पहले रायपुर विधानसभा के विधायक उमेश शर्मा काऊ ने हाईकमान से नाराजगी जाहिर करी थी इन सबके बीच पार्टी के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने बड़ा दावा किया है उन्होने कहा कि वह मुख्यमंत्री बनने के लिए 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे मंत्री बनने के लिए नहीं हरक ने दुखी मन से कहा कि उनकी किस्मत में शायद मुख्यमंत्री बनना नहीं लिखा है। क्योंकि वर्ष 2012 में वह मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए थे। क्योंकि 2012 के विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस सरकार बनाने जा रही थी। उन्हें आनन-फानन दिल्ली बुलाया गया और कहा गया कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। देर रात अचानक परिदृश्य बदल गया। और अगले दिन विजय बहुगुणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बन गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में उन्होंने कांग्रेस इसलिए नहीं छोड़ी थी कि वह मंत्री बनें। उन्हें कहीं न कहीं यह उम्मीद थी कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया।