उत्तराखंड राज्य में 14 फरवरी को मतदान होना है जिसके मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां दमदम से तैयारियों में जुटी हुई है। यही नहीं, राजनीतिक पार्टियों के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। तो वही, राजनेताओं के बयानबाजी और पर निर्वाचन आयोग ने भी अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। इसी क्रम में चुनाव आयोग ने भाजपा को एक नोटिस जारी किया है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की एक फोटो के साथ छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में निर्वाचन आयोग ने भाजपा को नोटिस जारी किया है। भाजपा पर हरीश रावत की फोटो के साथ छेड़छाड़ करने और उसको सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के लोगों के साथ गलत तरीके व संदर्भों में दिखाने का आरोप है। दरअसल, भाजपा को यह नोटिस शनिवार को जारी किया गया। इसके लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से निर्वाचन आयोग को शिकायत पत्र भेजा गया था। जिसका संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने भाजपा को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। नोटिस में गंभीर धाराएं लगाने का भी जिक्र किया गया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत को मुस्लिम मौलवी के रूप में चित्रित करके उन्हें सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है और सोशल मीडिया पर इस तरह की छोड़छाड़ वाली फोटो को शेयर किया जा रहा है।जो कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।