उत्तराखंड में चुनाव नजदीक आते ही राज्य में नए नए मुद्दों को उछाला जा रहा है इसी के तहत उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य में नए जिलों के मुद्दे को हवा दे दी है साथ ही राज्य सरकार पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो दो साल के भीतर प्रदेश में नौ नए जिले बनाएगी। उन्होने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर चुनावी साल का इंतजार नहीं करेगी। दो साल के भीतर ही नए जिलों पर काम पूरा कर लिया जाएगा। रावत ने कहा कि डीडीहाट, रानीखेत, पुरोला के लोग अपने जिलों के लिए काफी व्यथित हैं। नए जिलों को लेकर कोटद्वार, नरेंद्रनगर, काशीपुर, गैरसैंण, वीरोंखाल, खटीमा के नागरिक भी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। इन क्षेत्रों को जिले का स्वरूप देना आवश्यक है। हरीश रावत ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार में वर्ष 2016 में सौ करोड़ की व्यवस्था कर नौ नए जिलों को बनाने के लिए की गई थी, लेकिन एक कैबिनेट मंत्री ने नए जिलों का विरोध किया और कैबिनेट से इस्तीफे की धमकी दी, जिसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। वर्तमान सरकार ने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया। हरीश रावत ने कहा कि यदि वर्तमान सरकार नए जिलों पर निर्णय नहीं लेगी तो कांग्रेस शासन के अंतिम वर्ष के लिए इंतजार नहीं करेंगे।