उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों की हालत किसी से छुपी हुई नहीं है खासकर प्राइमरी स्कूलों की बात करें तो एक शिक्षक के भरोसे कई स्कूल प्रदेश में चल रहे हैं। लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने और छात्रों का भविष्य सुनहरा करने को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि हर प्राइमरी स्कूल में अब 5 शिक्षकों की तैनाती होगी। ताकि किसी भी क्लास में बच्चे बिना शिक्षक के ना रहे। अब तक उत्तराखंड में छात्र संख्या के हिसाब से शिक्षकों की तैनाती प्राइमरी स्कूलों में होती है। लेकिन पहाड़ के कई स्कूल ऐसे हैं जहां एक शिक्षक के भरोसे पांच क्लास से होती हैं। लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को द्वाराहाट में एक कार्यक्रम के दौरान ऐलान कर दिया है, कि प्राइमरी स्कूलों को मर्ज कर एक स्कूल में 5 – 5 शिक्षकों की तैनाती होगी। यानी कि प्राइमरी स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। जिससे छात्रों को जहां शिक्षक मिल पाएंगे।

वहीं व्यवस्थाएं भी बेहतर मिलेंगी। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि स्कूल मर्ज करने के बाद स्कूलों से घर आने जाने के लिए छात्रों के लिए बस और छोटे वाहनों की व्यवस्था होगी । ताकि कोई भी बच्चा पैदल स्कूल ना आ जा सके जितना समय बच्चे स्कूल आने जाने में लगाते हैं। उसका सदुपयोग बच्चे अपनी पढ़ाई में लगाएं । मुख्यमंत्री का कहना है कि कई बार बच्चे पैदल आकर या तो क्लास में सो जाते हैं या घर जाने के बाद थके होने के बाद सो जाते हैं। लेकिन अब बच्चों को वाहन स्कूल लाने और ले जाने के लिए लगाए जाएंगे । ताकि बच्चे थक ना पाए और जो एनर्जी बच्चे स्कूल आने जाने में पैदल लगाते हैं वह बच्चे अपनी पढ़ाई में लगाएंगे। मुख्यमंत्री का कहना है कि वह हर बच्चे के भविष्य को लेकर चिंतित हैं । इसलिए हर बच्चे को पढ़ाई के लिए बेहतर अवसर मिलना चाहिए। यदि अगर ऐसा होता है तो खाकर उत्तराखंड के पहाड़ों में बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राइमरी स्कूलों में मिल पाएगी क्योंकि पहाड़ों में शिक्षकों का अभाव है और एक शिक्षक के भरोसे एक स्कूल होते है।

उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था पर जोर दे रही है, प्राइमरी स्कूलों को मर्ज कर स्कूल को क्लब होने पर छात्रों को बेहतर सुविधा के साथ गुणवत्ता परक शिक्षा देने के लिए जहां सरकार ने प्लान तैयार कर लिया है वही प्रदेश सरकार ने हाल में ही 190 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को शुरू करने को लेकर हरी झंडी दिखा दी है शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का ही आइडिया था कि प्रदेश के हर ब्लॉक में दो इंग्लिश मीडियम अटल उत्कृष्ट विद्यालय खोले जाएं जिससे पहाड़ से पलायन को रोका जा सके शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के अटल उत्कृष्ट विद्यालय खोले जाने के कांसेप्ट और अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्राइमरी स्कूलों को क्लब करने की आईडिया के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड की वर्तमान सरकार शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाने के लिए काम कर रही है और यदि यह कारगर साबित हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा व्यवस्था जो बदहाल हो चुकी है वह बेहतर हो जाएगी, और प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूल बेहतर नजर आएंगे। यहां तक कि मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्राइवेट स्कूल और सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई पर होने वाले खर्च को लेकर कहा था कि प्राइवेट स्कूल से ज्यादा खर्चा सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र पर आते हैं लिहाजा अब सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई को लेकर मुख्यमंत्री की चिंता से जाहिर होता है कि सरकार का ध्यान अब सरकारी शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करना है ।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed