किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते आ रहे उत्तराखंड के किसानों ने आज मंगलौर की गुड मंडी में किसान महापंचायत की ,जहां हजारों की संख्या में किसानों ने उपस्थिति दर्ज कर किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया । आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी करते हुए कहा,आप पार्टी चाहे दिल्ली हो या चाहे उत्तराखंड हर जगह किसानों के साथ खड़े हैं । इस महापंचायत का आप अध्यक्ष ने समर्थन करते हुए केंद्र पर किसानों के साथ छलावा कर उनको बदनाम करने का आरोप लगाया।
आप के प्रदेश अध्यक्ष एस एस कलेर ने कहा कि किसानों ने आज मंगलौर में एकजुट होकर महापंचायत की। इसमें आज प्रदेश के अलग अलग इलाकों से हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। उत्तराखंड किसान मोर्चा के अध्यक्ष समेत कई संगठनों के अध्यक्ष इस महापंचायत में शामिल हुए । उन्होने कहा कि इस महापंचायत में हजारों किसानों के समूह ने ये दिखा दिया है कि पूरे देश के साथ साथ उत्तराखंड का किसान भी एकजुट होकर किसान आंदोलन के साथ खड़ा है।
आप अध्यक्ष ने कहा कि इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए हजारों किसान टैक्टर लेकर उत्तराखंड और उत्तराखंड बॉर्डर से यहां पर एकत्रित हुए हैं। इस महापंचायत में युवा,बुजुर्ग सभी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि किसान कडी मेहनत के बाद अपने खेतों में फसल पैदा करता है और उसको अपनी उपज का उतना दाम नहीं मिलता जिस कारण किसान के सिर पर हमेशा कर्ज का बोझ रहता है। उन्होंने कहा कि किसान हर कदम पर मुसीबतें झेलता है और इन काले कानूनों ने एक बार फिर किसानों में पशोपेश में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि आज की महापंचायत से केंद्र की सरकार को ये संदेश दिया गया है कि किसानों को झुकाने के भले ही लाख कोशिश की जाए लेकिन किसान अडिग है। वो नहीं झुकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन में आप पार्टी ने कुंमाउ की 7 विधानसभाओं में किसान न्याय यात्रा का भी आगाज किया था। जिसकी अगुवाई आप सांसद भगवंत मान ने की थी। इस दौरान हजारों किसानों ने इस यात्रा का समर्थन किया था। किसानों के समर्थन में आप पार्टी निस्वार्थ भाव से खडी है। बडे दुर्भाग्य की बात है कि केन्द्र सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने की बात कर रही है लेकिन सरकार का ध्यान सिर्फ उद्योगों को बढावा देने पर है। ऐसे में किसान कैसे तरक्की करेंगे।
इसके अलावा उन्होंने कहा,केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कानून किसान विरोधी हैं। इनका आप पार्टी विरोध करती है। आप पार्टी ये बता देना चाहती है कि किसानों के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तानाशाही से किसान चुप नहीं बैठेंगे बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। आप पार्टी किसान के साथ हर पल खडी है।