प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन दिनों अधिकतर सभी विभागों के पड़े रिक्त पदों को भरने के लिए प्रयासरत है उसी क्रम में उत्तराखंड में जल जीवन मिशन के तहत सरकार पेयजल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटी है। लेकिन विभाग में इंजीनियरों की भारी कमी के चलते कई बार खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसी समस्या को देखते हुए अब इंजीनियरों की कमी को दूर करने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए जल्द ही जल संस्थान आयोग को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहा है, तो वही पेयजल निगम ने पहले ही इंजीनियरों की भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है। मौजूदा स्थिति के अनुसार जेई और एई के पद विभाग में रिक्त पड़े हैं जिनमें से सबसे ज्यादा पद जेईई के हैं।
उधर राष्ट्रीय योजनाओं को भी फलीभूत करने के लिए मानव संसाधन को बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है। जल जीवन मिशन जैसे कार्यक्रमों को भी बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए अब भर्ती की जा रही है। जानकारी के अनुसार जेई के करीब 222 पदों पर भर्ती होनी है जबकि बाकी ए ई के पदों पर भी भर्ती होगी।