कोरोना काल मे सभी विभागों की बात करे या स्कूलों की हर कोई आजकल वर्चुअली बैठक कर रहे है इसी क्रम में उत्तराखंड में शिक्षा मंत्री ने आज सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और अभिभावकों से सीधा संवाद किया इस संवाद के दौरान शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों और शिक्षकों से स्कूल खोले जाने को लेकर उनकी राय जानी। कमाल की बात यह थी कि शिक्षा मंत्री ने मीडिया से कहा कि ज्यादातर शिक्षकों और अभिभावकों ने स्कूलों को खोले जाने की वकालत की है। लेकिन हकीकत में जिस सर्वे को स्कूल स्तर पर किया जा रहा है उसमें अधिकतर अभिभावक फिलहाल कोविड-19 के खतरे को देखते हुए स्कूल नहीं खोले जाने की बात कह रहे हैं ऐसे में शिक्षा मंत्री के संवाद कार्यक्रम पर भी सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिरकार इस कार्यक्रम में शामिल किए गए अभिभावक और शिक्षक कहीं शिक्षा मंत्री के दबाव में तो स्कूल खोले जाने किराए नहीं दे रहे थे। बरहाल शिक्षा मंत्री ने मीडिया से आकर अभिभावकों और शिक्षकों के स्कूल खोले जाने किराए को रखा और जल्द इस पर फैसला करने की बात कही।
वर्चुअल संवाद के दौरान विभिन्न राय को शिक्षा मंत्री के सुना और इसमें अभिभावकों से स्कूल खोले जाने के दौरान पूरी एहतियात बरते जाने के लिए भी उन्हें आश्वस्त किया गया। खास बात यह है कि अभिभावकों और शिक्षकों की इस राय को अध्ययन के बाद 14 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा और इसी आधार पर 15 अक्टूबर से स्कूल खोले जाए या नहीं इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।