विधानसभा सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। प्रश्नकाल सुरु होते ही कांग्रेसी विधायकों ने उत्तराखंड श्राइन बोर्ड विधेयक को लेकर हंगामा किया और सरकार पर तीर्थपुरोहितों की उपेक्षा व धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ का आरोप लगाया। जिसके बाद विपक्ष वेल में धरने पर बैठ गया। प्रश्नकाल के दौरान 4 बार सदन की कार्यवाही स्थगित हुई लेकिन बिपक्ष का हंगामा जारी रहा। पूरा प्रश्नकाल बिपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। प्रश्नकाल के बाद भी सदन में हंगामा होता रहा। इस हंगामे के बीच सरकार ने दो । विधेयक सदन के पटल पर रखे। संसदीय कार्यमंत्री ने 3 पूर्व विधायको की मृतु पर
शोक प्रस्ताव सदन में रखा। इसके बाद सदन ने तीन पूर्व विधायको को श्रद्धांजलि दी।सत्ता पक्ष औऱ विपक्ष के सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी।धनोल्टी से विधायक रहे कौल दास, उत्तर प्रदेश में एमएलसी बीडी शर्मा, मसूरी से विधायक रहे रणजीत सिंह वर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। भोजनावकाश के बाद भी कांग्रेस का हंगामा जारी रहा। कांग्रेस के विधायक वेल में धरने पर बैठ गए। विपक्ष के हंगामे के बीच सरकार ने बीच 5 संसोधन विधेयक भी पास करा दिए।उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019,उत्तराखंड भूतपूर्व मुख्यमंत्री सुविधा(आवासीय एवं अन्य सुविधाएं) विधेयक 2019,कारखाना संशोधन विधेयक 2019, संविधा श्रम विधेयक संशोधन विधेयक 2019,कृषि उत्पादन मंडी संशोधन विधेयक 2019 पास हो गए। इसके साथ ही अनुपूरक बजट भी सरकार ने बिना चर्चा के सदन में पास करा दिया। सदन में आखिरतक उत्तराखंड श्राइन बोर्ड विधेयक को लेकर कांग्रेस बेल में धरने पर बैठी रही।