देहरादून, राज्य ब्यूरो
मंगलवार से सभी प्रदेशवासियों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा देने वाला पहला राज्य बन जाएगा। ऐसा अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के बूते मुमकिन हुआ है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर आयुष्मान भारत योजना को विस्तार देते हुए उक्त योजना लागू की गई है। इससे राज्य के करीब 23 लाख परिवारों को प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश की भाजपा सरकार ने उत्तराखंड राज्य के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर इस योजना को प्रारंभ कर रही है।
दरअसल आयुष्मान भारत योजना में राज्य के 5,37 लाख परिवारों को चिह्नित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए राज्य के तकरीबन सभी परिवारों को उक्त योजना के दायरे में शामिल किया है। राज्यवासियों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा राज्य के सरकारी और सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में दी जाएगी। आपात स्थिति में सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार के लिए सीधे भर्ती होने पर यह सुविधा मिलेगी। अन्य मामलों में सरकारी चिकित्सालय से रेफर किए जाने के आधार पर निजी चिकित्सालयों में उपचार होगा। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के सुचारू संचालन को सभी सरकारी चिकित्सालयों के साथ निजी चिकित्सालयों को सूचीबद्ध करने का कार्य किया जा रहा है।
सरकार ये कोशिश भी कर रही है कि विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञ सेवाओं के अन्य चिकित्सालयों को योजना में सूचीबद्ध किया जाए। पात्र लाभार्थी परिवार के सभी उम्र के सभी सदस्य इस योजना के तहत लाभ ले सकेंगे। योजना में कुल 1350 प्रकार के रोग अवस्थाओं से संबंधित पैकेज का चयन किया गया है। उक्त योजना का लाभ लेने के लिए संबंधित व्यक्ति के पास फोटो पहचान पत्र अवश्य होना चाहिए। मरीजों की सहायता को सूचीबद्ध चिकित्सालयों में आरोग्य मित्र तैनात रहेंगे। आरोग्य मित्र का मोबाइल नंबर चिकित्सालय के हेल्प डेस्क पर उपलब्ध रहेगा।